MUje jo pasand hai vo aap ko bhi pasand honga ye hi soch lekar ye blog banaya gaya hai aap sab loko ka sujava milta rahe ye hi choti si khawahish
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कहीं चांद
कहीं चाँद राहों में खो गया कहीं चाँदनी भी भटक गई मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मेरी रात कैसे चमक गई मिरी दास्ताँ का उरूज था तिरी नर्म पलकों की ...
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ક્યારે હસવું ક્યારે રડવું એ બધુંયે ફિક્સ છે, જિંદગી તો કોઈ ભેજાએ લખી કોમિક્સ છે. બહુ વધુ ચાહતનો ડેટા રાખવામાં રિસ્ક છે, આપણામાં માત્ર એક જ હ...
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जी भरके रोते है तो करार मिलता है, इस जहां मे कहां सबको प्यार मिलता है, जिंदगी गुजर जाती है इम्तिहानो के दौर से.. एक जख्म भरता है तो दूसरा ...
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कहीं चाँद राहों में खो गया कहीं चाँदनी भी भटक गई मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मेरी रात कैसे चमक गई मिरी दास्ताँ का उरूज था तिरी नर्म पलकों की ...